सूरजपुर. छठ महापर्व के आखिरी दिन उदीयमान भगवान भास्कर को सूबह का अर्घ्य देने के साथ पूजा संपन्न हो गयी. भगवान को अर्घ्य देने के लिए जिले के जरही सहित सभी घाटों पर भक्तों और व्रतियों की भारी भीड़ था. लोग सुबह तीन बजे के आसपास से छठ घाटों पर पहुंचने लगे. वहीं कई व्रतियों ने रात भर वहीं घाट किनारे रुककर भगवान का ध्यान किया. इसे देखते हुए प्रशासन की तरफ से सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं.
घाट पर दिखा भक्तों का भारी उत्साह

वहीं श्रद्धालुओं के भारी उत्साह को देखते हुए घाट को रंग-बिरंगे बल्बों से सजाया गया था. इसके साथ ही, व्रतियों को घाटों तक पहुंचने में कोई परेशानी नहीं हो, इसका पूरा इंतजाम किये गये गए थे. छठ घाटों के आसपास रंग-बिरंगी रोशनी के साथ हेल्थ कैंप व चाय की व्यवस्था की गई थी. नदियों, घाटों और तालाबों में बैरिकेडिंग की गयी थी. यहां व्रतियों के कपड़ा बदलने के लिए चेंजिंग रूम बनाये गये थे.
जरही के छठ घाट पर चाय व जागरण की व्यवस्था
छठ गीतों के प्रस्तुति देते कलाकार
वहीं नगर पंचायत जरही के छठ घाट पर नगर पंचायत के अलावा भाजपा व आरएसएस की ओर से श्रद्धालुओं के लिए चाय व कॉफी की व्यवस्था की गई थी. वहां मौजूद श्रद्धालुओं के मनोरंजन के लिए नगर पंचायत द्वारा जागरण की व्यवस्था की गई थी. जिसमें कोरिया जिले से आए कलाकारों ने कांच ही बहंगी जैसे कई पारम्परिक गीतों से मंत्रमुग्ध कर दिए.
छठ घाट पर जरही भाजपा का चाय का स्टॉल
जरही के छठ घाट पर चाय व जागरण की व्यवस्था

वहीं नगर पंचायत जरही के छठ घाट पर नगर पंचायत के अलावा भाजपा व आरएसएस की ओर से श्रद्धालुओं के लिए चाय व कॉफी की व्यवस्था की गई थी. वहां मौजूद श्रद्धालुओं के मनोरंजन के लिए नगर पंचायत द्वारा जागरण की व्यवस्था की गई थी. जिसमें कोरिया जिले से आए कलाकारों ने कांच ही बहंगी जैसे कई पारम्परिक गीतों से मंत्रमुग्ध कर दिए.
